कहीं किसी रोज़ यूँ भी होता July 24, 2014 by Hindi Shayari कहीं किसी रोज़ यूँ भी होता, हमारी हालत तुम्हारी होती, जो रात हमने गुज़ारी तड़प कर, वो रात तुमने गुज़ारी होती।